केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि वर्तमान टोल कलेक्शन सिस्टम को जल्द ही खत्म कर दिया जाएगा. इसकी जगह सैटेलाइट टोल व्यवस्था को लागू किया जाएगा
मार्च तक जीपीएस-आधारित राजमार्ग टोल संग्रह प्रणाली शुरू होगी: गडकरी
सरकार ग्लोबल नेविगेशन सैटेलाइट सिस्टम (GNSS) का उपयोग करने वाली है. व्यवस्था को लागू करने के लिए कंसल्टेंट भी नियुक्त किए गए हैं
FASTag को लागू करने से पहले टोल प्लाजा पर गाड़ियों को औसतन 714 सेकेंड यानी लगभग 12 मिनट का इंतजार करना पड़ता था
मुंबई के दहिसर, एलबीएस रोड-मुलुंड, ईस्टर्न एक्सप्रेस हाईवे-मुलुंड, ऐरोली क्रीक ब्रिज और वाशी में टोल दरों में बढ़ोतरी की गई है
RFID: जीएसटी अधिकारी अब उन वाहनों की पहचान कर रहे हैं, जिन पर लदा माल ई-वे बिल में दिए गए विवरण से मेल नहीं खा रहा.
NHAI: अगर टोल पर किसी कारण वाहनों की कतार 100 मीटर से अधिक होती है तो, उस स्थिति में सभी वाहनों को बिना टोल दिए जाने की अनुमति होगी.
NHAI: कंटेनरों को राष्ट्रीय राजमार्गों के टोल प्लाजा पर टोल फीस में छूट प्रदान की गई है. ऐसा निर्बाध मार्ग प्रदान करने के लिए किया गया है.
Toll Plaza: गडकरी ने गुरुवार को कहा कि अभी देश में करीब 93 फीसदी गाड़ियां FASTag के जरिए टोल पेमेंट कर रही हैं. लेकिन 7 फीसदी में अभी यह लगाया जाना है.
सरकार का इरादा अगले एक साल में सभी टोल बूथ खत्म करने का है. अब गाड़ियों से टोल जीपीएस के जरिए अपने-आप कट जाएगा.